गंजे लोगों को कोरोना का कई गुना ज्यादा खतरा: रिसर्च
सेहतराग टीम
कोरोना वायरस सभी लोगों के लिए परेशानी बन चुका है। इसलिए सभी लोग अपने घरों में रहने को मजबूर हैं। वहीं इससे लड़ने के लिए लोगों को अपना इम्यून सिस्टम मजबूत करना जरुरी है, क्योंकि कोरोना वायरस से हर उस इंसान को खतरा है जिसका इम्यून सिस्टम कमजोर है। मौजूदा समय में इस बीमारी से बचाव के लिए अपनी हिफाजत करना बेहद जरुरी हो गया है। हर दिन वैज्ञानिक बीमारी को लेकर कई तरह के शोध कर रहे हैं। हाल ही में एक शोध सामने आया है, जिसमें दावा किया गया है कि गंजे पुरुषों में अन्य लोगों के मुकाबले कोरोना वायरस के गंभीर संक्रमण होने का ज्यादा खतरा है।
पढ़ें- क्या आंखों या कान के ज़रिए भी आ सकते है कोरोना की चपेट में, जानिए जवाब
ये शोध अमेरिका की ब्राउन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने किया है। शोध में गंजे लोगों को सावधान रहने की सलाह दी गई है। मुख्य शोधकर्ता कार्लोस वैंबियर ने डेली टेलीग्राफ को बताया है कि 'पुरुषों का गंजापन कोरोना वायरस के गंभीर संक्रमण का रिस्क फैक्टर है। हालांकि अन्य चिकित्सा पेशेवरों ने सावधानी बरतने की बात कही है। साथ ही कहा है कि इस दावे का समर्थन करने के लिए और सबूतों की जरूरत है। टेलीग्राफ के मुताबिक, प्रोफेसर वैंबियर ने स्पेन में दो शोध किए हैं।
शोध में कोरोना वायरस से संक्रमित जिन लोगों को लाया गया, उनमें से ज्यादातर गंजे पुरुष थे। 41 मरीजों पर किए गए शोध में 71 फीसदी गंजे पुरुष थे। दूसरा शोध अमेरिकी अकैडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी के जरनल में प्रकाशित किया गया है। ये शोध 122 कोविड-19 से संक्रमित पुरुषों पर हुआ, इनमें से कम से कम 80 फीसदी गंजे थे। प्रोफेसर ने कहा हमें लगता है कि एंड्रोजन या पुरुष हार्मोन निश्चित रूप से वायरस के हमारे सेल्स में प्रवेश करने का द्वार हैं।
वैज्ञानिकों का ये मानना है कि मेल सेक्स हार्मोन्स एंड्रोजन्स जो बाल झड़ने के लिए जिम्मेदार होते हैं, वही हार्मोन कोरोना वायरस के सेल्स पर हमले की क्षमता को बढ़ा सकता है। अब वैज्ञानिकों ने इस बात का पता लगाना शुरू कर दिया है कि क्या इन हार्मोन्स में सुधार वाले उपचार से कोविड-19 को रोकने में मदद मिल सकती है। इस तरह की थेरेपी का फिलहाल प्रोस्टेट कैंसर जैसी बीमारियों को ठीक करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
आपको बता दें कोरोना वायरस का कहर पूरी दुनिया पर छाया है। अभी तक दुनिया में कोरोना से 68 लाख लोग संक्रमित है जबकि मरने वालों का आंकड़ा चार लाख तक पहुंच गया है।
इसे भी पढ़ें-
क्या होम्योपैथी से किया जा सकता है कोरोना वायरस का इलाज?
Comments (0)
Facebook Comments (0)